किरचॉफ का नियम
इसके अनुसार, अच्छे अवशोषक ही अच्छे उत्सर्जन होते हैं। अंधेरे कमरे में यदि एक काली और एक सफेद वस्तु को समान ताप तक गरम करके रखा जाए तो काली वस्तु अधिक विकिरण उत्सर्जित करेगी। अत: काली वस्तु अंधेरे में अधिक चमकेगी।
लोहे की अवशोषकता अधिक होती है, इसलिए उसकी उत्सर्जकता भी अधिक होती है। इसलिए लोहे के बर्तन शीघ्रता से गरम व शीघ्रता से ठण्डे हो जाते हैं।
उदाहरण
अत: किरचॉफ के नियमानुसार, लाल रंग की वस्तु गरम होने पर हरे रंग का प्रकाश उत्सर्जित करेगी। इसीलिए लाल कांच की गेंद को गरम करके अंधेरे कमरे में देखा जाए तो वह हरी दिखायी देती है और हरे कांच की पर्याप्त रूप से गरम गेंद लाल दिखायी देगी।