इस आर्टिकल में हम सर्बियाई अमेरिकी आविष्कारक, भौतिक विज्ञानी, यांत्रिक अभियन्ता, विद्युत अभियन्ता और भविष्यवादी निकोला टेस्ला (Nikola Tesla) की जीवनी (Biography of Nikola Tesla), निकोला टेस्ला की प्रमुख खोजे, उनका निजी जीवन, और विज्ञानं के क्षेत्र में उनके योगदान के बारे में बात करेगे |
निकोला टेस्ला (Nikola Tesla) – परिचय
निकोला टेस्ला (Nikola Tesla) (10 जुलाई 1856 – 7 जनवरी 1943) एक सर्बियाई अमेरिकी आविष्कारक, भौतिक विज्ञानी, यांत्रिक अभियन्ता, विद्युत अभियन्ता और भविष्यवादी थे।
निकोला टेस्ला की प्रसिद्धि उनके आधुनिक प्रत्यावर्ती धारा (Alternating Current AC एसी) विद्युत आपूर्ति प्रणाली के क्षेत्र में दिये गये अभूतपूर्व योगदान के कारण है। टेस्ला के विभिन्न पेटेंट और सैद्धांतिक कार्य, बेतार संचार और रेडियो के विकास का आधार साबित हुये हैं। वैद्युत चुंबकत्व के क्षेत्र में किये गये उनके कई क्रांतिकारी विकास कार्य, माइकल फैराडे के विद्युत प्रौद्योगिकी के सिद्धांतों पर आधारित थे।
ऑस्ट्रियाई साम्राज्य (Austrian Empire) (अब Croatia (क्रोएशिया) में जन्मे और पले-बढ़े टेस्ला ने 1870 के दशक में बिना डिग्री प्राप्त किए इंजीनियरिंग और भौतिकी का अध्ययन किया
टेस्ला ने इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल उपकरणों की एक श्रृंखला विकसित करने के लिए न्यूयॉर्क में प्रयोगशालाएं और कंपनियां स्थापित कीं। 1888 में वेस्टिंगहाउस इलेक्ट्रिक द्वारा लाइसेंस प्राप्त उनके अल्टरनेटिंग करंट (एसी) इंडक्शन मोटर और संबंधित पॉलीफ़ेज़ एसी पेटेंट (polyphase AC patents) ने उन्हें काफी पैसा कमाया और पॉलीफ़ेज़ सिस्टम की आधारशिला बन गए।
टेस्ला ने मैकेनिकल ऑसिलेटर्स/जनरेटर, इलेक्ट्रिकल डिस्चार्ज ट्यूब और प्रारंभिक एक्स-रे इमेजिंग के साथ कई प्रयोग किए ताकि ऐसे आविष्कारों को वो पेटेंट करा सके और बाजार में ला सके, उन्होंने एक वायरलेस नियंत्रित नाव भी बनाई, जो अब तक प्रदर्शित पहली नावों में से एक थी।
निकोला टेस्ला के आविष्कार जिन्होंने दुनिया बदल दी (Nikola Tesla inventions that changed the world)
टेस्ला एक आविष्कारक के रूप में प्रसिद्ध हो गए और उन्होंने अपनी प्रयोगशाला में मशहूर हस्तियों के सामने अपनी उपलब्धियों का प्रदर्शन किया। 1890 के दशक के दौरान, टेस्ला ने न्यूयॉर्क और कोलोराडो स्प्रिंग्स में अपने उच्च-वोल्टेज, उच्च-आवृत्ति बिजली प्रयोगों में वायरलेस प्रकाश व्यवस्था और दुनिया भर में वायरलेस विद्युत वितरण के लिए अपने विचारों को आगे बढ़ाया। 1893 में, उन्होंने अपने उपकरणों के साथ वायरलेस संचार की संभावना पर घोषणा की। टेस्ला ने इन विचारों को अपने अधूरे वार्डेनक्लिफ टॉवर प्रोजेक्ट (Wardenclyffe Tower project), एक अंतरमहाद्वीपीय वायरलेस संचार और पावर ट्रांसमीटर में व्यावहारिक उपयोग में लाने की कोशिश की, लेकिन इसे पूरा करने से पहले ही फंडिंग खत्म हो गई। जनवरी 1943 में न्यूयॉर्क शहर में उनकी मृत्यु हो गई थी |
टेस्ला के कार्यों को 1960 तक किसी का ध्यान नही गया, उसके बाद General Conference on Weights and Measures के सम्मेलन ने उनके सम्मान में चुंबकीय प्रवाह घनत्व (magnetic flux density) की एसआई इकाई (SI) का नाम टेस्ला रखा। 1990 के दशक के बाद से टेस्ला एक महान वैज्ञानिक के रुप में लोकप्रियता बढ़ी है ।
निकोला टेस्ला (Nikola Tesla) का प्रारम्भिक जीवन और उनका परिवार (Early life of Nikola Tesla and his family)
निकोला टेस्ला का जन्म 10 जुलाई 1856 को स्किमडज़, क्रोएशिया में हुआ था, जब क्रोएशिया Austrian Empire का हिस्सा था। क्रोएशिया आज दुनिया के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है, लेकिन निकोला टेस्ला के जन्म के समय क्रोएरिया आर्थिक रुप से एक कमजोर देश था | निकोला टेस्ला का जन्म एक रोमन कैथोलिक घर में हुआ था और वो अपने माता-पिता की चौथी संतान थी । उनके एक बड़े भाई, डेन, दो बड़ी बहनों, एंजिनिया और मिल्का और एक छोटी बहन, मारिका थी। उनके पिता मिलुटिन टेस्ला (1819-1879) एक सच्चे रूढ़िवादी चर्च में एक पादरी थे । निकोला टेस्ला की माँ ज़ुका मैंडिक (1822-1892) एक गृहणी थी |
टेस्ला के पूर्वज मोंटेनेग्रो (Montenegro) के पास पश्चिमी सर्बिया (western Serbia) से थे। निकोला टेस्ला की माँ, ज़ुका मैंडिक (1822-1892), जिनके पिता भी रूढ़िवादी चर्च के पुजारी थे, को घर में घरेलू शिल्प उपकरण (home crafts tools) और यांत्रिक उपकरण बनाने की प्रतिभा के साथ ही सर्बियाई महाकाव्य कविताओं को याद करने की क्षमता थी। ज़ुका ने कभी औपचारिक शिक्षा प्राप्त नहीं की थी | टेस्ला ने अपनी अद्भुत स्मृति और रचनात्मक क्षमताओं का श्रेय अपनी मां के आनुवंशिकी और प्रभाव को दिया । निकोला के पिता रूढ़िवादी पादरी और लेखक थे और उनकी इच्छा थी कि निकोला भी बड़ा होकर पादरी बने ।
जब एक बार निकोला अपने बड़े भाई के साथ झूल रहा था, तो उनके बड़े भाई डैनील अपनी आँखों के सामने झुकते हुए घोड़े से गिर कर मर गये थे। इस घटना ने आठ वर्षीय निकोला को अस्थिर कर दिया, जिसका पूरी जिंदगी उन पर बुरा असर रहा ।
निकोला टेस्ला की शिक्षा (Education of Nikola Tesla)
1861 में, टेस्ला ने स्मिलजान के प्राथमिक विद्यालय में दाखिला लिया जहाँ उन्होंने जर्मन, गणित और धर्म का अध्ययन किया। 1862 में, टेस्ला परिवार पास के दुसरे शहर गोस्पिक (Gospić) में चला गया, जहाँ टेस्ला के पिता पैरिश पुजारी (parish priest) के रूप में काम करते थे। 1870 में, टेस्ला हायर रियल जिम्नेजियम (Higher Real Gymnasium) में हाई स्कूल में भाग लेने के लिए कार्लोवैक (Karlovac) में चले गए, जहां कक्षाएं जर्मन में आयोजित की गईं, जैसा कि ऑस्ट्रो-हंगेरियन मिलिट्री फ्रंटियर (Austro-Hungarian Military Frontier) के स्कूलों में आम तौर पर होता था।
टेस्ला ने बाद में लिखा कि उन्हें अपने भौतिकी प्रोफेसर द्वारा किये गये बिजली के प्रदर्शन में उनकी बहुत रुचि हो गई थी । टेस्ला ने कहा कि इस “रहस्यमय घटना” के इन प्रदर्शनों ने उन्हें “इस अद्भुत शक्ति के बारे में और अधिक जानने” के लिए प्रेरित किया। टेस्ला अपने दिमाग में इंटीग्रल कैलकुलस करने में सक्षम थे, जिससे उनके शिक्षकों को विश्वास हो गया कि वह धोखा दे रहे थे। उन्होंने 1873 में स्नातक की उपाधि प्राप्त करते हुए चार साल की पढाई उन्होंने तीन साल में पूरी की ।
उन्होंने 1875 में मिलिट्री फ्रंटियर स्कॉलरशिप पर ग्राज़ के इंपीरियल-रॉयल टेक्निकल कॉलेज (Imperial-Royal Technical College in Graz) में दाखिला लिया। अपनी आत्मकथा में टेस्ला ने कहा कि उन्होंने कड़ी मेहनत की और उच्चतम ग्रेड अर्जित किए, नौ परीक्षाएं उत्तीर्ण कीं और तकनीकी संकाय के डीन ने उनके पिता को निकोला टेस्ला के बारे में प्रशंसा पत्र लिखा जिसमे डीन ने बताया की “आपका बेटा प्रथम श्रेणी का सितारा है।” | लेकिन अपने तीसरे वर्ष तक निकोला टेस्ला स्कूल में असफल रहे और कभी स्नातक नहीं हुए, दिसंबर 1878 में ग्राज़ छोड़ दिया। 17 अप्रैल 1879 को, 60 वर्ष की आयु में टेस्ला के पिता की मृत्यु हो गई। शेष वर्ष के दौरान टेस्ला ने गोस्पिक में अपने पुराने स्कूल में अध्यापक के रूप में कार्य किया |
टेस्ला ने अनेक पुस्तको का अध्ययन किया था और माना जाता है कि उनमे विलक्षण स्मृति थी। वे आठ भाषाओं के जानकार थे जिसमे सर्बो-क्रोएशीयन, चेक, अंग्रेजी, फ़्रेंच, जर्मन, हंगेरीयन, ईटालीयन और लैटीन का समावेश है। टेस्ला अविवाहित थे और उनका मानना था कि उनका ब्रह्मचर्य उनकी वैज्ञानिक उप्लब्धियों मे सहायक रहा है। उन्होने एक इंटरव्यु मे कहा था कि शादी ना कर के उन्होने विज्ञान के लिये एक कुर्बानी दी है ।
निकोला टेस्ला की वैज्ञानिक जीवन (Scientific Life of Nikola Tesla)
बुडापेस्ट टेलीफोन एक्सचेंज में कार्यरत
टेस्ला 1881 में एक टेलीग्राफ कंपनी, बुडापेस्ट टेलीफोन एक्सचेंज में काम करने के लिए बुडापेस्ट, हंगरी चले गए । यहाँ टेस्ला तिवादर पुस्कस (Tivadar Puskás), जो हंगरी के प्रसिद्ध आविष्कारक और टेलीफोन एक्सचेंज के इन्वेन्टर थे के दिशा निर्देश में काम करने वाले थे | वहा पहुचने पर उन्हें पता लगता है की टेलीग्राफ कंपनी कार्यरत नही थी, इसलिए उन्होंने सेंट्रल टेलीग्राफ कार्यालय में ड्राफ्ट्समैन के रूप में काम किया। कुछ ही महीनों में, बुडापेस्ट टेलीफोन एक्सचेंज चालू हो गया और टेस्ला को मुख्य इलेक्ट्रीशियन का पद आवंटित किया गया। अपने रोजगार के दौरान, टेस्ला ने सेंट्रल स्टेशन उपकरण में कई सुधार किए और एक टेलीफोन रिपीटर या एम्पलीफायर को बेहतर बनाने का दावा किया, जिसका कभी पेटेंट नहीं कराया गया और न ही सार्वजनिक रूप से इसका वर्णन किया गया । (where did nikola tesla work)
निकोला टेस्ला (Nikola Tesla) और थॉमस अल्वा एडीसन
1882 में, तिवादर पुस्कस (Tivadar Puskás) ने टेस्ला को पेरिस में कॉन्टिनेंटल एडिसन कंपनी में एक और नौकरी दिलवाई। कॉन्टिनेंटल एडिसन कंपनी की थी | महान वैज्ञानिक थॉमस अल्वा एडीसन इस कंपनी के फाउंडर थे | टेस्ला ने उस समय इलेक्ट्रिक पॉवर सप्लाई एक बिल्कुल नए उद्योग के रूप में शुरू हुआ था इस उद्योग के तहत बड़े पैमाने पर विद्युत ऊर्जा की सप्लाई के लिए शहर भर में indoor incandescent lighting (इनडोर तापदीप्त प्रकाश व्यवस्था) इनस्टॉल किए गये । टेस्ला ने यहाँ इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में काफी व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया।
प्रबंधन ने इंजीनियरिंग और भौतिकी में उनके उन्नत ज्ञान पर ध्यान दिया और जल्द ही उन्हें डायनेमो और मोटर बनाने के उन्नत संस्करण डिजाइन करने और बनाने का काम सौंपा। उन्हें फ्रांस और जर्मनी में बनाई जा रही अन्य एडिसन उपयोगिताओं में इंजीनियरिंग समस्याओं का निवारण करने के लिए भी भेजा।
इसी दौरान उन्हें थॉमस अल्वा एडीसन के साथ काम करने का मौका मिला। उन्होंने एडीसन की कंपनी को नयी ऊंचाइयों पर पहुंचाया, लेकिन शीघ्र ही बड़े पैमाने पर विद्युत वितरण प्रणाली को लेकर दोनों में विवाद हो गया था ।
निकोला टेस्ला (Nikola Tesla) का अमेरिका में आगमन (Nikola Tesla’s arrival in America)
जून 1884 मे उनका स्थानांतरण न्युयार्क अमरीका में कर दिया गया। टेस्ला ने एडिसन के सामने उसकी मोटर और जनरेटर को ज्यादा प्रभावी बनाने का प्रस्ताव रखा था। 30 जुलाई 1891 को, 35 वर्ष की आयु में, टेस्ला संयुक्त राज्य अमेरिका की नागरिकता ले ली उसी वर्ष, उन्होंने अपने टेस्ला कॉइल (Tesla Coil) का पेटेंट कराया। टेस्ला कॉइल, का उपयोग उच्च-वोल्टेज, लो कर्रेंट, उच्च आवृत्ति वाली प्रत्यावर्ती-धारा बिजली (high frequency alternating-current electricity) का उत्पादन करने में था
उस समय अमेरिका में एडीसन की आविष्कृत डीसी विद्युत वितरण व्यवस्था लागू थी। डीसी (DC) यानि डायरेक्ट करेंट (Direct Current) ऐसी विद्युत धारा को कहते हैं जो हमेशा एक ही दिशा में बहती है। जैसे की विद्युत सेल से बनने वाली धारा। टेस्ला ने डीसी की कमियों की ओर लोगों का ध्यान आकृष्ट किया और एसी (AC) विद्युत वितरण व्यवस्था लागू करने की बात कही। एसी यानि अलटरनेटिंग करेंट (Alternative Current) लगातार अपनी दिशा बदलती रहती है। इस धारा की यह विशेषता होती है कि इसका वोल्टेज ट्रांसफोर्मर द्वारा बढ़ाकर काफी दूर तक भेजा जा सकता है। जबकि डीसी में ऐसा संभव नहीं। साथ ही एसी चालित मोटर और दूसरे उपकरणों में डीसी की अपेक्षा कम बिजली खर्च होती है।
वो समय था एडिसन के दिष्ट धारा(DC current) का टेस्ला के प्रत्यावर्ती धारा(AC current) के बीच विवाद जारी था । एडिसन ने प्रत्यावर्ती धारा का डर पैदा करने के लिये हर संसाधन का इस्तेमाल किया। लेकिन हर घर में बिजली सिर्फ प्रत्यावर्ती धारा से पहुंच सकती थी, और अतंत: टेस्ला की विजय हुयी।
एडीसन ने टेस्ला को कहा कि यदि वह इस कार्य मे सफल हो गया तो उसे पचास हजार डालर मिलेंगे। टेस्ला ने ऐसा कर दिखाया, लेकिन एडिसन अपने वादे से मुकर गया। एडिसन ने अपने वादे को अमेरिकन हास्य(American Humor) कह कर टेस्ला का मजाक उड़ाया, गुस्से में टेस्ला ने एडिसन का साथ छोड़ दिया। एडीसन की कंपनी छोड़ने के पश्चात टेस्ला ने अपनी स्वयं की कंपनी टेस्ला इलेक्ट्रिक लाईट एन्ड मैनुफैक्चरींग की स्थापना की। इस कंपनी मे उन्होने डायनेमो इलेक्ट्रिक मशीन कम्युटेटर का अभिकल्पन किया। यह उनका सं. रा. अमरिका मे पहला पेटेंट था।
चूंकि उस समय तक डीसी सिस्टम काफी बड़े पैमाने पर लागू था और एडीसन कंपनी डीसी उपकरणों को ही बना रही थी अत: एडीसन ने इस नये सिस्टम का विरोध किया। नतीजे में टेस्ला ने उसकी कंपनी को अलविदा कह दिया और उद्योगपति जार्ज वेस्टिंग हाउस के साथ मिलकर नई कंपनी की बुनियाद डाली जिसने एसी करेंट की उपयोगिता को दुनिया के सामने रखा।
टेस्ला ने चक्रीय चुम्बकीय क्षेत्र के सिद्धान्त की खोज की। उसका एक अन्य महत्वपूर्ण आविष्कार एसी विद्युत मोटर (AC Electric Motor) है जिसने डीसी विद्युत सिस्टम को पूरी तरह हाशिये पर ला दिया। उसने नियाग्रा जल प्रपात (Niagara Falls) पर पहला जल विद्युत पावर स्टेशन (First water electric power station) तैयार किया, जिसके बाद न केवल अमेरिका बल्कि पूरी दुनिया में एसी विद्युत वितरण सिस्टम को स्वीकार कर लिया गया।
1887 मे टेस्ला ने प्रत्यावर्ती धारा (AC Current) से चलने वाली इंड्क्सन मोटर(Induction) बनायी, इस आविष्कार ने टेस्ला के लिये सफलता के रास्ते खोल दिये। इसके पश्चात के वर्षो मे टेस्ला और एडीसन के मध्य प्रसिद्ध दिष्ट धारा(DC current) का टेस्ला के प्रत्यावर्ती धारा(AC current) से युद्ध चला। अंतत: इसमे टेस्ला के प्रत्यावर्ती धारा(AC current) की विजय हुयी क्योंकि यह तरीका लंबी दूरी तक विद्युत के संवहण के लिये उपयुक्त था । माना जाता है कि टेस्ला ने 1895-96 मे X किरण की खोज कर ली थी, जो कि रांटजेन के 1996 की खोज से पहले थी, लेकिन उनकी प्रयोगशाला मे लगी आग से सारे उपकरण जल कर राख हो गये थे।
मारकोनी (Marconi) को रेडियो का आविष्कारक माना जाता है। लेकिन टेस्ला ने यह सिद्धान्त दिया था कि वायुमंडल के बाहरी आयनमंडल से होकर रेडियो तरंगें पूरी दुनिया में भेजी जा सकती है। उसने रेडियो में प्रयुक्त होने वाली टेस्ला रॉड का भी आविष्कार किया और उसका रेडियो के असली आविष्कारक को लेकर मारकोनी के साथ काफी लंबा मुकदमा भी चला। उसने वायरलेस पावर सप्लाई (Wireless power supply) का विचार दिया जो बाद में लेसर किरणों (Laser Rays) का आधार बना।
अपने एक प्रेजेंटेशन में उसने लाखों वोल्ट की आकाशीय बिजली बनाकर सबको दंग कर दिया था। एक बार उसने अपने उपकरण टेस्लास्कोप (Teslascope) पर कुछ अज्ञात सिग्नल रिकार्ड किये, जो उसके अनुसार किसी अन्य ग्रह से भेजे जा रहे थे। 1899 तथा 1900 के मध्य कोलोरेडो जलप्रपात मे एक प्रयोग के दौरान उन्होने कृत्रिम विद्युत तड़ित का निर्माण कर चकित कर दिया था।
निकोला टेस्ला की प्रमुख खोजें (Discoveries of Nikola Tesla) in Hindi
AC बिज़ली – AC से पहले पूरे अमेरिका में DC (Direct Current) की व्यवस्था लागू थी। DC उस बिज़ली की धारा को कहते है जो एक ही दिशा में बहती रहती है। पर टेस्ला ने DC की कई खामियों को उजागर किया और AC व्यवस्था लागू करने की बात कही। AC बिजली का फायदा यह है कि इसमें बिज़ली लगातार अपनी दिशा बदलती रहती है। इस की विशेषता यह है कि इसे DC के मुकाबले काफी दूर तक भेजा जा सकता है और इसमें बिज़ली की खत्म भी बेहद कम होती है।
बिजली से चलने वाली मोटर – टेस्ला की बनाई बिजली की मोटर से ही आज पूरी दुनिया के पंखे, कूलर और अन्य घूमने वाली बिज़ली की चीज़ें चलती हैं।
पहला जल विद्युत (बिज़ली) पावर स्टेशन – उन्होंने पहला जल बिज़ली स्टेशन बनाया जो बाद में सभी डैमों से बिज़ली पैदा करने का आइडिया बना।
रेडियो और टेस्ला रॉड – मारकोनी को रेडियो का आविष्कारक माना जाता है। लेकिन यह भी सच है कि इस आविष्कार में टेस्ला का भी योगदान कम नहीं है। उसी ने यह सिद्धान्त दिया कि वायुमंडल के बाहरी आयनमंडल से होकर रेडियो तरंगें पूरी दुनिया में भेजी जा सकती है। उसने रेडियो में लगाई जाने वाली टेस्ला रॉड का भी आविष्कार किया।
वायरलेस संचार (Wireless) – सन 1890 से 1906 तक टेस्ला ने वायेरलेस तरीके से बिज़ली को एक जगह से दूसरी जगह पर पहुँचाने के तरीके पर काम किया, वो इसमें सफल तो नही हो पाए मगर उनका यहीं आइडिया बाद में लेसर किरणों (Laser Rays) का आधार बना। अपने इसी परियोजना में उन्होंने लाखों वोल्ट की आकाशीय बिजली बनाकर सबको दंग कर दिया था।
चुंबकीय प्रभाव, रिमोट कंट्रोल और राडार की खोज़ भी टेस्ला ने ही की थी। उन्होंने अपने जीवन काल मे 300 पेटेंट प्राप्त किये। इसके अतिरिक्त टेस्ला के द्वारा किये गये ऐसे कई अविष्कार है जिन्हे उन्होने पेटेंट नही करवाया।
निकोला टेस्ला के प्रमुख पेटेंट (Nikola Tesla’s Major Patents)
इलेक्ट्रोटेक्निक और रेडियोइलेक्ट्रिसिटी के लिए टेस्ला के शोध और खोजों का बहुत महत्व है। कुल मिलाकर, निकोला टेस्ला ने संयुक्त राज्य अमेरिका में लगभग 40 पेटेंट और दुनिया भर में 300 से अधिक पेटेंट पंजीकृत किए हैं। उनके आविष्कार बिजली और चुंबकत्व के उपयोग पर केंद्रित थे, जिनमें शामिल हैं: फ्लोरोसेंट लैंप, इंडक्शन मोटर (उद्योगों और विभिन्न घरेलू उपकरणों में प्रयुक्त), रिमोट कंट्रोल, टेस्ला कॉइल (Tesla Coil), रेडियो ट्रांसमिशन, कार स्टार्ट में इस्तेमाल होने वाला इग्निशन सिस्टम , प्रत्यावर्ती धारा आदि।टे
टेस्ला के कुछ पेटेंटों का हिसाब नहीं दिया गया है, और विभिन्न स्रोतों ने कुछ ऐसे खोजे हैं जो पेटेंट अभिलेखागार (patent archives) में छिपे हुए हैं। टेस्ला को 26 देशों में कम से कम 278 ज्ञात पेटेंट जारी किए गए हैं। टेस्ला के कई पेटेंट संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा में थे, लेकिन कई अन्य पेटेंट दुनिया भर के देशों में स्वीकृत किए गए थे। टेस्ला द्वारा विकसित कई आविष्कारों को पेटेंट संरक्षण में नहीं रखा गया था।
7-मीटर (23 फीट) लंबे आर्क सामान्य ऑपरेशन का हिस्सा नहीं थे, लेकिन केवल पावर स्विच को तेजी से घुमाकर प्रभाव के लिए तैयार किए गए थे
निकोला टेस्ला और पुरस्कार
1894 में निकोला टेस्ला ने कोलंबिया विश्वविद्यालय से मानद उपाधि प्राप्त की और फ्रैंकलिन संस्थान से इलियट क्रेसन पदक प्राप्त किया। 1912 में, टेस्ला ने एडिसन के साथ भौतिकी में नोबेल पुरस्कार साझा करने से इनकार कर दिया, जो अंततः एक अन्य शोधकर्ता को दिया गया था। 1934 में, फिलाडेल्फिया शहर ने उन्हें उनके पॉलीफ़ेज़ पावर सिस्टम के लिए जॉन स्कॉट मेडल से सम्मानित किया। निकोला नेशनल इलेक्ट्रिक लाइट एसोसिएशन के मानद सदस्य और अमेरिकन एसोसिएशन फॉर द एडवांसमेंट ऑफ साइंस के सदस्य थे।
निकोला टेस्ला की मृत्यु (Death of Nikola Tesla)
7 जनवरी 1943 को दिल का दौरा पड़ने से निकोला टेस्ला का होटल न्यू यॉर्कर के कमरा 3327 में मृत्यु हो गई (। देहांत हो गया। निकोला टेस्ला अपनी मृत्यु के समय 86 वर्ष के थे (how old was nikola tesla when he died) | अपने जीवन के अंतिम दिनों में टेस्ला के कुछ प्रयोग असफल रहे, जिससे वह डिप्रैशन का शिकार हो गए। उन्होंने बाहर के लोगों से मिलना कम कर दिया।