अक्टूबर 2020 में, नासा के अंतरिक्ष यान ओएसआईआरआईएस-रेक्स (OSIRIS-Rex) पृथ्वी से 321 मिलियन किलोमीटर दुरी तय करके बेन्नू नामक 4.5 अरब साल पुराने क्षुद्रग्रह से चट्टानों का सैंपल लिया । यह पहला मिशन जो था जो पृथ्वी से इतनी दूर जाकर एक एक क्षुद्रग्रह को छुआ। इस क्राफ्ट को वैज्ञानिक टीम धरातल पर उतरना चाहती थी लेकिन सतह बहुत ही ज्यादा पथरीली थी इसकी बाद वैज्ञानिकों ने एक रोबोटिक हाथ का इस्तेमाल करते हुए एक चट्टान अस्टोरोइड की उठा ली |
जब फ्लैप ने नमूना लेने के बाद बंद होना चाहिए था उसी वक्त बड़ी रॉक की वजह से वह पूरा बंद नही हो पाया जिस वजह से कुछ सैंपल रह गये | हालाकिं नासा को भरोसा है कि वे 400 ग्राम और 1 किलो से अधिक नमूना सामग्री ले पाने में सक्षम हुए है, जो न्यूनतम लक्ष्य द्रव्यमान (60 ग्राम से अधिक) से ज्यादा है |
क्यों है जरूरी अस्टोरोइड नमूना ?
विशेषज्ञों का मानना है कि इसमें पानी और प्रीबायोटिक सामग्री हो सकती है, जो जीवन का निर्माण खंड है। साथ ही लौटाई गई सामग्री से वैज्ञानिकों को सौर मंडल के गठन और विकास, ग्रह निर्माण के प्रारंभिक चरणों, और कार्बनिक यौगिकों के स्रोत के बारे में अधिक जानने में सक्षम होने की उम्मीद है जिससे पृथ्वी पर जीवन का निर्माण हुआ।
ओएसआईआरआईएस-रेक्स (OSIRIS-Rex) क्या है ?
OSIRIS-REx (Origins, Spectral Interpretation, Resource Identification, Security, Regolith Explorer) (उत्पत्ति, स्पेक्ट्रल व्याख्या, संसाधन पहचान, सुरक्षा, रेजोलिथ एक्सप्लोरर) नासा का क्षुद्रग्रह-अध्ययन ( asteroid-study) और नमूना-वापसी (sample-return) मिशन है। इस मिशन का प्राथमिक लक्ष्य 101955 बेन्नू (101955 Bennu) से कम से कम 60 ग्राम (2.1 औंस) का एक नमूना प्राप्त करना है |
OSIRIS-Rex के बारे में जाने –
https://www.nasa.gov/osiris-rexमिशन ओएसआईआरआईएस-रेक्स (OSIRIS-Rex)
OSIRIS-REx को 8 सितंबर 2016 को लॉन्च किया गया था, 22 सितंबर 2017 को इसने पृथ्वी से उड़ान भरी, और 3 दिसंबर 2018 को बेन्नू अस्टोरोइड पर पहुचा । इसने अगले कई महीने सतह का विश्लेषण करने में बिताए ताकि एक उपयुक्त जगह का पता लगाया जा सके जिससे नमूना निकाला जा सके। 20 अक्टूबर 2020 को, OSIRIS-REx ने बेन्नू की सतह को छुआ और सफलतापूर्वक एक नमूना एकत्र किया। ओएसआईआरआईएस-आरईएक्स के 24 सितंबर 2023 को अपने नमूने के साथ पृथ्वी पर लौटने की उम्मीद है और बाद में 99942 एपोफिस (99942 Apophis क्षुद्रग्रह) का ओएसआईआरआईएस-एपेक्स (OSIRIS-APEX ) (‘एपोफिस एपेक्स) के रूप में अध्ययन करने के लिए अपना नया मिशन शुरू करेगा, जो 2029 में उस क्षुद्रग्रह पर पहुंचेगा।
101955 बेन्नू (101955 Bennu) क्या है ?
101955 बेन्नू 11 सितंबर 1999 को लीनियर प्रोजेक्ट द्वारा खोजे गए अपोलो समूह में एक कार्बनयुक्त क्षुद्रग्रह है। यह एक संभावित खतरनाक वस्तु है जो सेंट्री रिस्क टेबल पर सूचीबद्ध है | इस क्षुद्रग्रह का 2178 और 2290 के बीच इसके पृथ्वी से टकराने की 1,800 में 1 संचयी संभावना है। विशेषकर 24 सितंबर 2182 को सबसे बड़ा जोखिम माना गया है | इसका नाम प्राचीन मिस्र के पौराणिक पक्षी बेन्नू के नाम पर रखा गया है, जो सूर्य, सृष्टि और पुनर्जन्म से जुड़ा है।