Why is there no atmosphere on the moon?
चन्द्रमा पर पलायन वेग लगभग 2.4 किमी./सेकण्ड होता है, इसलिए जिन गैसों के अणुओं की माध्य चाल 2.4 किमी./सेकण्ड अथवा इससे अधिक होती है, वे चन्द्रमा की सतह को हमेशा के लिए छोड़कर अन्तरिक्ष (Space) में चले जाते हैं।
चन्द्रमा पर प्राय: सभी गैसों के अणुओं की माध्य ऊष्मीय चाल, पलायन वेग के बराबर या इससे अधिक होती है, अत: चन्द्रमा पर वायुमण्डल नहीं हैं। जब चन्द्रमा बना ही था उस समय वहां पर वायुमण्डल रहा होगा।
क्यों कि पृथ्वी का पलायन वेग 11.2 किमी./सेकण्ड है इसलिए पृथ्वी पर उपलब्ध गैसों कि चाल इस पलायन वेग से कम होने के कारण पृथ्वी को छोड़कर अन्तरिक्ष में नहीं जा सकते हैं जिसके कारण पृथ्वी के चारों ओर वायुमण्डल होता है।
अन्य छोटे ग्रहों, जैसे—बुध, मंगल, आदि पर भी जहां पलायन वेग का मान कम है, गैसों के अणु पलायन करके अन्तरिक्ष में चल जाते हैं तथा वहा वायुमण्डल नहीं पाया जाता है। इसके विपरीतं बड़े ग्रहों, जैसे—बृहस्पति, शनि, आदि पर पलायन वेग का मान बहुत अधिक है, अत: वहां से अणु पलायन नहीं कर पाते हैं तथा वहां पृथ्वी की अपेक्षा सघन वायुमण्डल उपस्थित है।