पारा वाष्प से विद्युत गुजारकर CFL में पराबैंगनी प्रकाश उत्पन्न किया जाता है जिसे लैम्पके अन्दर फास्फर कोटिंग से अवशोषित कराकर रौशनी उत्पन्न की जाती है !
LED लैम्पों में पारंपरिक अर्धचालक प्रकाश उत्सर्जक डायोडों, आर्गेनिक LED या पालीमर LED तकनीक का प्रयोग होता है |
सफल का औसत कार्यकाल 6000 से 15000 घंटे होता है जबकि LED लैम्प सामान्यत: 25-30 साल तक चल सकता है !
ध्यान रखें !
- प्रकाश उत्पन्न करने के लिए सफल पारा वाष्प और स्न्दिप्क का प्रयोग करता है, जबकि LED लैम्प अर्धचालक पदार्थों का प्रयोग करता है |
- LED लैम्प की तुलना में सफल कम ऊर्जा सक्षम है |