कार्बन मोनोक्साइड (Carbon Monoxide)
यह रंगहीन, स्वादहीन, विषैली, जल में अत्यंत अल्प घुलनशील, हवा के बराबर भारी तथा ज्वलनशील गैस है। कार्बन मोनोक्साइड गैस मानव रक्त के हीमोग्लोबीन के साथ मिलकर कार्बोक्सी हीमोग्लोबीन (Carboxy Haemoglobin) नामक एक लाल पदार्थ बनाता है जिससे रक्त में ऑक्सीजन ग्रहण करने की क्षमता समाप्त हो जाती है। फलत: मनुष्य की श्वास क्रिया रुकने लगती है और अंत में मृत्यु हो जाती है। यह सूर्य प्रकाश की उपस्थिति में क्लोरीन के साथ संयोग कर फॉस्जीन या कार्बोनिल क्लोराइड (Phosgene or Carbonyl chloride) का निर्माण करती है जो कि एक विषैली गैस है।
कार्बन मोनोक्साइड के उपयोगः
1. फॉस्जीन गैस बनाने में।
2. मिथाइल ऐल्कोहॉल तथा सोडियम फॉर्मेट बनाने में।
3. अवकारक के रूप में धातुकर्म में।
4. शुद्ध निकेल धातु तैयार करने में।
5. प्रोड्यूशर गैस और जल गैस के रूप में ईंधन के लिए।