How does Electric Fuse Wire work?
विद्युत फ्यूज तांबा टिन व सीसा की मिश्र धातु से बना होता है एवं उसका गलनांक कम होता है। फ्यूज तार एक निश्चित क्षमता की मोटाई का लिया जाता है। तार के मोटाई जितनी अधिक होती है, उसमें प्रवाहित धारा का मान भी उतना ही अधिक होता है। विद्युत फ्यूज परिपथ के साथ श्रेणीक्रम में जोड़ा जाता है। इसका प्रयोग परिपथ में लगे उपकरणों की सुरक्षा के लिए किया जाता है।
विद्युत परिपथों की सुरक्षा के लिए सबसे आवश्यक युक्ति फ्यूज है। फ्यूज ऐसे तार का टुकड़ा होता है जिसके पदार्थ का गलनांक (Melting point) बहुत कम होता है। जब परिपथ में अतिभारण या लघुपथन के कारण बहुत अधिक धारा प्रवाहित हो जाती है तब फ्यूज का तार गरम होकर पिघल जाता है। इसके फलस्वरूप परिपथ टूट जाता है और उसमें धारा प्रवाहित होनी बन्द हो जाती है। फ्यूज सदैव विद्युन्मय तार में लगाया जाता है। अच्छे फ्यूज का तार शुद्ध टिन धातु का बना होता है परन्तु सस्ता फ्यूज तांबे तथा टिन की मिश्र धातु का बना होता है