What are Electrolytes and Non-electrolytes ?
वे यौगिक जो द्रवित अवस्था या जलीय घोल को अवस्था में विद्युत के चालक होते हैं, विद्युत अपघट्य कहलाते हैं
जैसे—अम्ल, क्षार और लवण विद्युत अपघट्य होते हैं।
वे यौगिक जो द्रवित अवस्था या जलीय घोल की अवस्था में विद्युत के अचालक होते हैं, ‘विद्युत अनपघट्य’ कहलाते हैं,
जैसे—चीनी, यूरिया, क्लोरोफॉर्म, आदि।
विद्युत अपघटनी सेल (Electrolytic Cell) क्या है ?
What is Electrolytic Cell ?
जिस बर्तन में विद्युत अपघट्य का घोल लेकर विद्युत अपघटन की क्रिया सम्पन्न करायी जाती है, उसे विद्युत अपघटनी सेल कहते हैं।
इस सेल में धातु की दो प्लेटें या तार डुबा दिए जाते हैं, जिन्हें इलेक्ट्रोड (Electrode) कहते हैं। ये इलेक्ट्रोड किसी बैटरी के ध्रुवों से जोड़ दिए जाते हैं जो इलेक्ट्रोड बैटरी के धन-ध्रुव से जोड़ा जाता है, उसे कैथोड (Cathode) कहते हैं।
घोल में विद्युत अपघट्य अंशत: या पूर्णतः विघटित होकर आवेशयुक्त परमाणुओं या मूलकों में टूट जाते हैं, जिन्हें आयन (Ions) कहते हैं। धन आवेशयुक्त आयन को धनायन (Cation) तथा ऋण आवेशयुक्त आयन को ऋणायन (Anion) कहते हैं। विद्युत धारा प्रवाहित करने पर धनायन कैथोड पर और ऋणायन एनोड पर मुक्त होते हैं। कैथोड पर अवकरण (Reduction) तथा एनोड पर ऑक्सीकरण (Oxidation) की प्रतिक्रिया होती है।
विद्युत अपघटन के उपयोग
1. विद्युत लेपन में (Electro Plating): निम्न कोटि की धातु को सुरक्षित रखने या उसको आकर्षक बनाने के लिए उस पर एक उच्च कोटि की धातु की एक पतली अस्तर चढ़ाने की क्रिया को विद्युत लेपन’ कहते हैं।
2. विद्युत मुद्रण में (Electro Typing): मुद्रण उद्योग में काम आने वाले ब्लॉक (Blocks) विद्युत अपघटन विधि से ही तैयार किये जाते हैं।
3. धातुओं के विद्युत शोधन में (Electro Refining of Metals): कई धातुएं, जैसे ताँबा, चांदी, सोना, इत्यादि विद्युत अपघटन क्रिया द्वारा ही शुद्ध रूप में प्राप्त की जाती हैं।
4. विद्युत धातुकर्म विज्ञान में (Electrometallurgy): अनेक धातुओं, जैसे—सोडियम, पोटैशियम, ऐलुमिनियम, कैल्सियम, मैग्नीशियम, आदि को उनके यौगिकों का विद्युत अपघटन करके निष्कर्षित किया जाता है।
5. धातुओं के तुल्यांकी भार ज्ञात करने में।
6. रासायनिक यौगिकों के निर्माण में: विद्युत अपघटन द्वारा अनेक औषधियां एवं कार्बनिक तथा अकार्बनिक योगिक तैयार किये जाते हैं। उदाहरण के लिए, सोडा, कास्टिक सोडा, हाइड्रोजन परॉक्साइड, क्लोरोफॉर्म, आयडोफार्म, ऐथेन, ऐसीटिलीन, आदि इसी विधि से तैयार किये जाते है।
गैल्वेनिक सेल क्या है ? (
गैल्वेनिक सेल वह युक्ति है जिसके द्वारा रासायनिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित किया जाता है। उदाहरण के लिए, डेनियल सेल (Daniel cell) एक प्रारूपी गैल्वेनिक सेल है। इस सेल में एक पात्र होता है जिसमें CuSO4, का सान्द्र घोल भरा रहता है और इसमें तांबे की एक छड़ डूबी रहती है, इसके अंदर एक सरन्ध्र पात्र रहता है जिसमें तनु सल्फ्यूरिक अम्ल (H2SO4) भरा रहता है और इसमें एक जस्ते की छड़ डूबी रहती है।
इलेक्ट्रोड (Electrodes)
प्रत्येक सेल दो भागों का बना होता है। प्रत्येक को अर्द्धसेल (Half cell) या इलेक्ट्रोड (Electrode) कहते हैं। एक इलेक्ट्रोड पर ऑक्सीकरण तथा दूसरे इलेक्ट्रोड पर अवकरण प्रतिक्रिया होती है। जिस इलेक्ट्रोड पर ऑक्सीकरण प्रतिक्रिया होती है, उसको ‘ऐनोड (Anode) तथा जिस इलेक्ट्रोड पर अवरकण प्रतिक्रिया होती है, उसको ‘कैथोड’ कहा जाता है। डेनियल सेल में जस्ता ऐनोड तथा कॉपर कैथोड होता है।
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