How Telephone Works ?
टेलीफोन एक ऐसा उपकरण है जिसके द्वारा संवादों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाया जाता है। इसके दो मुख्य भाग होते हैं माइक्रोफोन तथा अभिग्राही (receiver)।
जब ध्वनि तरंगें माइक्रोफोन में प्रवेश करती हैं, तो इससे प्राथमिक परिपथ में प्रतिरोध के परिवर्तन के कारण धारा परिवर्तित होती है। इस परिवर्तित धारा के कारण एक उच्च विभव वाली प्रत्यावर्तित धारा उत्पन्न होती है जिसकी आवृत्ति माइक्रोफोन में प्रवेश करने वाली ध्वनि की आवृत्ति के बराबर होती है।
यह प्रत्यावर्ती धारा तारों से होकर दूसरे टेलीफोन के अभिग्नाही तक पहुंचती है, जहां विद्युतीय ऊर्जा पुनः ध्वनि ऊर्जा में परिवर्तित हो जाती है।
ट्रांसफॉर्मर के उपयोग के बिना भी संवादों को सम्प्रेषित किया जा सकता है, लेकिन ऐसा कुछ ही दूरियों के लिए सम्भव है।