How does electric shock feel ?
विद्युत के कारण जब शरीर में शॉक लगता है, तो संवेदी अंग (जहां शॉक लगा है) उस संकेत को विद्युत स्पन्दन (Pulse) के रूप में न्यूरॉन की सहायता से मस्तिष्क में भेजता है।
इसकी चाल लगभग 25 मीटर प्रति सेकण्ड होती है।
मस्तिष्क उसका विश्लेषण करके उतनी ही चाल से विद्युत संकेत को सम्बन्धित अंग को आवश्यक अनुक्रिया करने के लिए भेजता है, फलस्वरूप प्रभावित अंग की मांसपेशी सिकुड़ती है या अन्य अनुक्रिया करती है।
इस प्रकार शरीर में न्यूरॉन (तन्त्र कोशिका) एक प्रकार के जैव-विद्युत रासायनिक सेल (Bioelectro chemical cell) का कार्य करता है।