What are the compounds of Nitrogen and its types?
अमोनिया (Ammonia)

अमोनिया नाइट्रोजन का एक स्थायी हाइड्राइड है। बर्थोलेट (Berthollet) ने 1785 ई. में बताया कि अमोनिया नाइट्रोजन व हाइड्रोजन का यौगिक है। अमोनिया का औद्योगिक पैमाने पर उत्पादन हैबर विधि (Habber’s process) द्वारा किया जाता है। यह एक रंगहीन गैस है जिसमें तीखी गंध होती है। इसे सूंघने पर छींक तथा आंखों में आंसू आ जाते हैं। उच्च दाब पर अमोनिया को कार्बन डाइऑक्साइड के साथ गर्म करने पर कार्बनिक यौगिक यूरिया प्राप्त होता है।
अमोनिया का उपयोगः
द्रवित अमोनिया का उपयोग रेफ्रीजरेटरों में बर्फ जमाने के काम में होती है,
(ii) अमोनियम लवणों के उत्पादन में,
(iii) यूरिया के निर्माण में,
(iv) सफाई के काम में चिकनाई दूर करने के लिए,
(v) ओस्टवाल्ड विधि द्वारा नाइट्रिक अम्ल बनाने में,
(vi) सौल्वे विधि (Solvey process) द्वारा सोडियम कार्बोनेट के उत्पादन हेतु प्रयोगशाला में प्रतिकारक के रूप में,
(vii) हाइड्रोजन के उत्पादन में। तथा
द्रव अमोनिया की बोतलों को कुछ समय तक बर्फ में रखने के पश्चात् खोला जाता है क्योंकि द्रव अमोनिया का वाष्प दाब (Vapour pressure) अधिक होता है।
नौसादर (Ammonium Chloride)

नौसादर का व्यापारिक नाम अमोनिया क्लोराइड है। इसका सामान्य सूत्र NH4CI होता है।
नौसादर का उपयोगः
(i) शुष्क बैटरियों में,
(ii) धातुओं को जोड़ने के पहले उनकी सतह साफ करने में,
(iii) प्रयोगशाला में प्रतिकारक के रूप में,
(iv) औषधि निर्माण में, तथा
(v) बर्तनों में कलई करने में।
नाइट्रस ऑक्साइड (Nitrous Oxide)

नाइट्रस ऑक्साइड गैस को अल्प मात्रा में सूंघने पर हंसी उत्पन्न होती है। इसी गुण के कारण नाइट्रस ऑक्साइड को हंसी उत्पन्न करने वाली गैस या ‘Laughing Gas’ कहते हैं। चीड़-फाड़ (Surgery) या दांत उखाड़ते समय बेहोश करने के लिए ऑक्सीजन के साथ नाइट्स ऑक्साइड (N,O) का मिश्रण निश्चेतक के रूप में प्रयोग किया जाता है। नाइट्रस ऑक्साइड (N,O) की खोज का श्रेय प्रीस्टले (Pristley) को प्राप्त है। विद्युत विसर्जन के समय हवा के ऑक्सीजन एवं नाइट्रोजन आपस में संयोग कर नाइट्रिक ऑक्साइड का निर्माण करते हैं।
नाइट्रिक अम्ल (Nitric Acid)

प्रयोगशाला में नाइट्रिक अम्ल का औद्योगिक पैमाने पर उत्पादन की तीन विधियां है, ये है:
i. ओस्तवाल्ड विधि (Ostwald Process)
ii. बर्कलैंड आईड विधि (Birkeland Eyed Process)!
iii. वकयंत्र विधि (Retort Process)।
सान्द्र नाइट्रिक अम्ल एक भास्मिक अम्ल है। यह एक प्रबल ऑक्सीकारक भी है।
नाइट्रिक अम्ल का उपयोगः
i. कई धातुओं के लिए घोलक के रूप में।
ii. प्रयोगशाला में प्रतिकारक के रूप में।
iii. नाइट्रेट्स के उत्पादन में।
iv. सोने एवं सिल्वर को शुद्ध करने में।
v. तांबा, पीतल, कांसा, आदि के ऊपर चित्र बनाने या नाम लिखने में।
vi. डायनामाइट, पिक्रिक अम्ल (TNP), ट्राइनाइट्रो टॉल्वीन (TNT), ट्राइनाइट्रो बेन्जीन (TNB), आदि विस्फोटकों के निर्माण में।
अम्लराज (Aquaregia)

एक आयतन सान्द्र नाइट्रिक अम्ल (HNO3) तथा तीन आयतन सान्द्र हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (Hcl) की मिश्रित करने पर जो मिश्रण प्राप्त होता है, उसे ‘अम्लराज’ या Aquaregia कहते हैं। अम्लराज में सोना, प्लेटिनम, आदि धातु घुल जाते हैं।
नाइट्रस अम्ल (Nitrous Acid)

नाइट्रस अम्ल बहुत ही अस्थायी होता है। इस कारण इस अम्ल को आवश्यकता पड़ने पर ही बनाया जाता है। नाइट्रय अम्लों के लवण ‘नाइट्राइट‘ कहलाते हैं।