Mercury and its properties
- पारा प्रकृति में विस्तृत रूप में नहीं पाया जाता है। यह थोड़ी मात्रा में स्वतंत्र रूप में पाया जाता है।
- इसका मुख्य अयस्क सिनेबार है जो मुख्यतः संयुक्त राज्य अमेरिका, मैक्सिको तथा इटली में पाया जाता है।
- यह ऊष्मा एवं विद्युत का सुचालक होता है। चर्बी या चीनी के साथ खूब जोर से हिलाने पर यह भूरे रंग के चूर्ण में परिवर्तित हो जाता है। इस घटना को पारा का ‘मृतकीकरण’ (Deadening of mercury) कहते हैं। यह न तो आघातवद्धर्य होता है और न ही तन्य।
- 4.12 k ताप पर पारा का प्रतिरोध शून्य हो जाता है। इस पर जल और क्षार का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। यह धातुओं के साथ संयोग कर अमलगम (Amalgam) का निर्माण करता है।
- यह गंधक के साथ अभिक्रिया कर मरक्यूरिक सल्फाइड बनाता है। यह क्लोरीन के साथ प्रतिक्रिया कर मरक्यूरिक क्लोराइड बनाता है।
पारे का उपयोग
(1) थर्मामीटर, बैरोमीटर, आदि यंत्रों में,
(2) गैस को एकत्र करने में,
(3) धातुओं के अमलगम के निर्माण में,
(4) चाँदी और सोने के निष्कर्षण में,
(5) सिन्दूर के निर्माण में,
(6) कास्टनर-केलनर विधि द्वारा सोडियम हाइड्रॉक्साइड (NaOH) के निर्माण में, तथा
(7) मरकरी वाष्प लैम्प बनाने में।
पारे के यौगिक
1. मरक्यूरस क्लोराइड (Mercurous Chloride): इसे ‘केलोमल‘ (Calomel) भी कहा जाता है। यह जान तथा तनु अम्लों में अविलेय होता है। अम्लराज के साथ गर्म करने पर यह मरक्यूरिक क्लोराइड बनाता है। इसका उपयोग औषधि के रूप में तथा केलोमल इलेक्ट्रोड बनाने में होता है।
2. मरक्यूरिक क्लोराइड (Mercuric Chloride): इसे ‘कोरोसिव सब्लिमेट‘ (Corrosive sublimate) भी कहा जाता है। यह एक भयंकर विष है। यदि मरक्यूरिक क्लोराइड के विलयन में सोडियम हाइड्रॉक्साइट डाल दिया जाए तो नेस्लर अभिकर्मक बनता है। कोरोसिव सब्लिमेट कीटाणुनाशक के रूप में तथा सर्जिकल उपकरणों को साफ करने के काम आता है।
3. मरक्यूरिक सल्फाइड (Mercuric Sulphide): इसे ‘वर्मीलियन’ (Vermilion)’ भी कहा जाता है। इसका उपयोग सिन्दूर के रूप में, औषधियों में मकरध्वज के रूप में तथा जल रंग (Water colours)बनाने में किया जाता है।
महत्त्वपूर्ण तथ्य
- अमलगम (Amalgam: पारा (Hg) अन्य धातुओं के साथ मिलकर धातुई घोल बनाता है जिसे ‘अमलगम‘ कहते हैं।
- पारे को लौह-पात्र में रखा जाता है क्योंकि यह लोहे के साथ अमलगम नहीं बनाता है।
- ट्यूबलाइट में सामान्यतः मरकरी का वाष्प और आर्गन गैस भरी रहती है। .
- बैरोमीटर में पारे की सतह का चढ़ना और उतरना क्रमशः स्वच्छ मौसम एवं तूफान के बारे में सूचना देता है।
- पारे को क्विक सिल्वर (Quick silver) के नाम से भी जाना जाता है।