अंटार्कटिक क्षेत्र में ओजोन छिद्र का बनाना चिंता का विषय है, इस छिद्र का संभावित कारण विशिष्ट ध्रुवीय वाताग्र तथा समतापमंडलीय बादलों की उपस्थिति तथा क्लोरोफ्लोरो कार्बनों का अंतर्प्रवाह है |
ध्रुवीय समतापमंडलीय बादलों में उपस्थित नाइट्रिक अम्ल, क्लोरोफ्लोरो कार्बनों से अभिक्रिया कर क्लोरीन का निर्माण करता है जो कि ओजोन परत के प्रकाश रासायनिक विनाश के लिये उत्तरदायी है |