सोलर कुकर (Solar Cooker)
इस उपकरण में सौर ऊर्जा का संग्रहण करके उसका उपयोग खाना बनाने में किया जाता है। सूर्य के प्रकाश का लगभग 1/3 भाग अवरक्त प्रकाश होता है जो उस वस्तु को गरम कर देता है जिस पर भी पड़ता है।
कैसे बना होता है ?
यह एक फाइबर ग्लास का बना एक Box होता है। जिसके अन्दर का भाग काले रंग से रंग दिया जाता है क्योंकि काला रंग ऊष्मा को लगभग पूर्णत: अवशोषित करता है। Box का ऊपरी भाग मोटी कांच की प्लेटो द्वारा ढक दिया जाता है।
बॉक्स के ढक्कन पर अन्दर की तरफ एक समतल दर्पण लगा होता है जो सूर्य के प्रकाश को उसके अन्दर परावर्तित करता है। बॉक्स के अन्दर ऐलुमिनियम के बर्तन रखे जाते हैं जो बाहर से काले रंग से रंगे होते हैं। इन बर्तनों में सब्जियां, आदि पकाने के लिए रखी जाती है।
कैसे काम करता है ?
सौर कुकर को धूप में रखा जाता है तथा ढक्कन को इस प्रकार मोड़कर रखा जाता है, कि सूर्य का प्रकाश समतल दर्पण से परावर्तित होकर सौर कुकर के अंदर प्रवेश करे। बॉक्स के अन्दर का काला रंग तथा बर्तनों के बाहर का काला रंग ऊष्मा को अवशोषित करता है।
बॉक्स के ऊपर रखी हुई कांच की प्लेट ग्रीन हाउस प्रभाव उत्पन्न करती है जिसके कारण बॉक्स के अन्दर का ताप बढ़ता जाता है और खाने की वस्तुएं पक जाती है।