What are Explosives ?
विस्फोटक ऐसे प्रतिक्रियाशील पदार्थ होते है जिनमे बड़ी मात्रा में संभावित ऊर्जा (potential energy) होती है जो अचानक निकलने पर विस्फोट उत्पन्न कर सकती है, विस्फोट का कारण तेज गर्मी, प्रकाश ध्वनि या दबाव होता है l इनके दहन पर अत्यधिक ऊष्मा और तीव्र ध्वनि पैदा होती है।
भौतिकी में, संभावित ऊर्जा (Potential Energy) किसी वस्तु द्वारा अन्य वस्तुओं के सापेक्ष उसकी स्थिति, अपने भीतर तनाव, उसके विद्युत आवेश या अन्य कारकों के कारण रखी गई ऊर्जा है ।
आर.डी.एक्स
आर.डी.एक्स. का पूरा नाम रिसर्च एण्ड डेवलप्ड एक्सप्लोसिव (Research and Developed Explosive) है। इसका रासायनिक नाम साइक्लो ट्राइ मिथाइलीन ट्राईनाइट्रामाइन है। इसे प्लास्टिक विस्फोटक भी कहा जाता है।
इस विस्फोटक को स.रा.अ. में साइक्लोनाइट; जर्मनी में हेक्सोजन तथा इटली में टी-4 के नाम से जाना जाता है।
इसमें प्लास्टिक पदार्थ, जैसे—पॉली ब्यूटाइन एक्रिलिक अम्ल या पॉलियूरेथेन को मिलाकर प्लास्टिक बान्डेड एक्सप्लोसिव बनाया जाता है। इसके एक रूप को सी-4 भी कहते हैं। यह एक प्रचंड विस्फोटक है तथा इसके तापमान व आग फैलाने की गति को बढ़ाने के लिए इसमें एल्युमिनियम चूर्ण मिलाया जाता है। आर.डी.एक्स. की विस्फोटक ऊष्मा 1,510 किलो कैलोरी प्रति किग्रा. होती है। इस विस्फोटक की खोज 1899 में जर्मनी के हैनिंग ने शुद्ध सफेद दानेदार पाउडर के रूप में किया था।
टी.एन.जी. (T.N.G.)
ट्राइनाइट्रो ग्लिसरीन एक रंगहीन तैलीय द्रव है जो डायनामाइट बनाने के काम आता है। इसे नोबल का तेल भी कहा जाता है। यह सान्द्र सल्फ्यूरिक अम्ल व सान्द्र नाइट्रिक अम्ल की ग्लिसरीन के साथ क्रिया करके बनायी जाती है।
टी.एन.टी. (T.N.T.)
इसका पूरा नाम ट्राइनाइट्रो टॉल्वीन है जो कि सर्वाधिक प्रयोग में आने वाला एक विस्फोटक हैं। यह टॉल्वीन के साथ सान्द्र सल्फ्यूरिक अम्ल व सान्द्र नाइट्रिक अम्ल की क्रिया से बनाया जाता है।
डायनामाइट (Dynamite)
डायनामाइट एक प्रकार का विस्फोटक है जिसका आविष्कार अल्फ्रेड नोबेल ने 1863 ई. में किया था। यह नाइट्रोग्लिसरीन को किसी अक्रिय पदार्थ जैसे लकड़ी के बुरादे या कीजेलगूर (Kieselguhr) में अवशोषित करके बनाया जाता है।
आधुनिक डायनामाइट में नाइट्रोग्लिसरीन की जगह सोडियम नाइट्रेट का प्रयोग किया जाता है। जिलेटिन डायनामाइट में नाइट्रो सेलुलोस की भी मात्रा उपस्थित रहती है।
टी.एन.पी. (T.N.P.)
टी.एन.पी, का पूरा रूप ट्राइनाइट्रो फिनॉल (Trintro Phenol) होता है। इसे ‘पिक्रिक अम्ल’ के नाम से भी जाना जाता है।