What is Convex Mirror and its use ?
उत्तर दर्पण मोटर कार में चालक की सीट के पास पीछे के दृश्य को देखने के लिए लगाया जाता है क्योंकि इससे प्रतिबिम्ब सीधे बनते हैं और आकार में छोटे होते हैं, अत: अधिक दूरी तक की वस्तुओं को देखा जा सकता है। उत्तल दर्पण का दृष्टि क्षेत्र (Field of view) अधिक होता है।
सड़क में लगे परावर्तक लैम्पों में उत्तल दर्पण का प्रयोग किया जाता है क्योंकि विस्तार क्षेत्र अधिक होने के कारण ये प्रकाश को अधिक क्षेत्र में फैलाते हैं।
समतल, उत्तल एवं अवतल दर्पणों की पहचान
1. यदि दर्पण में प्रतिबिम्ब सर्वदा सीधा, साइज में बिम्ब के बराबर और दर्पण के पीछे उतनी ही दूरी पर बनता है जितनी दूरी पर बिम्ब दर्पण के सामने होता है, तो दर्पण समतल है।
2. यदि दर्पण में बना प्रतिबिम्ब सर्वदा सीधा और घ्रसित बनता है, तो दर्पण उत्तल है।
3. जब पिण्ड को दर्पण के नजदीक लाने पर सीधा और आवर्धित प्रतिबिम्ब बनता है और जब बिम्ब को दर्पण से अधिक दूर चलाते हैं तब प्रतिबिम्ब उल्टा, आवर्धित या छोटा दिखता है, तो ऐसी स्थिति में दर्पण अवतल है।