आवर्त गति (Periodic Motion)
एक निश्चित पथ पर गति करती वस्तु जब एक निश्चित समय-अन्तराल के पश्चात् बार-बार अपनी पूर्व गति को दुहराती है, तो इस प्रकार की गति को ‘आवर्त गति‘ कहते हैं।
आवर्त काल
गति को दुहराने का तात्पर्य है, कि किसी निश्चित समय-अन्तराल पर वस्तु अपने मार्ग में स्थित किसी बिन्दु को किसी निश्चित दिशा में पार करती हुई बार-बार दिखायी दे। इस निश्चित समय-अन्तराल को जिसमें वस्तु उसी बिन्दु उसी दिशा में जाने वाली स्थिति में पुनः आ जाती है ‘आवर्तकाल‘ (Time period) कहते हैं। आवर्तकाल T द्वारा सूचित किया जाता है। आवर्तकाल का मात्रक प्रति सेकण्ड होता है।
पृथ्वी सूर्य के चारों ओर आवर्त गति करती है जिसका आवर्त काल एक वर्ष होता है। घड़ी की सुइयां भी आवर्त गति करती हैैं !