What are Diamagnetic, Paramagnetic and Iron magnet Substances
प्रतिचुम्बकीय पदार्थ (Diamagnetic Substances)
जब इन पदार्थों को बाह्य चुम्बकीय क्षेत्र लगाकर चुम्बकीय किया जाता है, तो उनके अन्दर उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र बाह्य आरोपित चुम्बकीय क्षेत्र के विपरीत होता है। अत: प्रतिचुम्बकीय पदार्थों की चुम्बकीय प्रवृत्ति का मान ऋणात्मक होता है। यदि इस पदार्थ की छड़ को एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में रखा जाए, तो वह चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा के लम्बवत् हो जाता है। प्रतिचुम्बक का गुण प्रायः उन पदार्थों में पाया जाता है जिनके परमाणुओं में इलेक्ट्रॉनों की संख्या सम (Even) होती है। इनके उदाहरण हैं, बिस्मथ, ऐण्टिमनी, चांदी, सोना, नमक, जल, ऐल्कोहॉल, आदि।
अनुचुम्बकीय पदार्थ (Paramagnetic Substances)
इन पदार्थों के अंदर प्रेरित चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा बाह्य आरोपित चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा में ही होती है। अतः इन पदार्थों की चुम्बकीय प्रवृत्ति धनात्मक होती है परन्तु इसका मान 1 से बहुत कम होता है। अनुचुम्बकत्व का गुण प्रायः उन पदार्थों में पाया जाता है जिनके परमाणुओं में इलेक्ट्रॉनों की संख्या विषम होती है। यदि किसी अनुचुम्बकीय पदार्थ की बनी छड़ को एकसमान (Uniform) चुम्बकीय क्षेत्र में रखा जाए तो वह क्षेत्र के समान्तर हो जाती है। इन पदार्थों के उदाहरण हैं—प्लैटिनम, क्रोमियम, सोडियम, ऐलुमिनियम, ऑक्सीजन, मैगनीज, आदि।
लौहचुम्बकीय पदार्थ (Ferromagnetic Substances)
ये वे पदार्थ हैं जिनमें उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र, आरोपित चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा में ही होता है। अतः इन पदार्थो की चुम्बकीय प्रवृत्ति भी धनात्मक होती है और उसका मान 1 से बहुत अधिक होता है। यदि इन पदार्थों को बाह्य चुम्बकीय क्षेत्र में रखा जाए तो स्वयं चुम्बक बन जाते हैं। इनके उदाहरण हैं—लोहा, इस्पात, निकल, कोबाल्ट, आदि।
लौहचुम्बकीय पदार्थ में प्रत्येक परमाणु ही एक चुम्बक होता है और उनमें असंख्य परमाणुओं के समूह होते हैं, जिन्हें ‘डोमेन’ (Domains) कहते हैं। एक डोमेन में 1018 से 1021 तक परमाणु होते हैं। लौहचुम्बकीय पदार्थों का तीव्र चुम्बकत्व इन डोमेनों के कारण ही होता है।