यौगिक वह शुद्ध पदार्थ है जो दो या दो से अधिक तत्वों के निश्चित अनुपात में रासायनिक संयोग से बनता है और जिसे उचित रासायनिक विधियों द्वारा दो या दो से अधिक सर्वथा भिन्न गुणों वाले अवयवों (या अवयव तत्वों) में विभक्त किया जा सकता है।
यौगिकों को ऐसे पदार्थों के रूप में परिभाषित किया जा सकता है जिनमें 2 या उससे अधिक प्रकार के तत्व होते हैं जो इसके परमाणुओं के एक निश्चित अनुपात में होते हैं। जब तत्व आपस में जुड़ते हैं तो तत्वों के कुछ व्यक्तिगत गुण (individual property) नष्ट हो जाते हैं और नए बने यौगिक में नए गुण हो जाते हैं।
रासायनिक सूत्र (Chemical Formula)
यौगिकों को उनके रासायनिक सूत्र द्वारा दर्शाया जाता है। एक रासायनिक सूत्र परमाणुओं के अनुपात का एक प्रतीकात्मक प्रतिनिधित्व (Representation of the proportions) है जो एक विशेष रासायनिक यौगिक का निर्माण करता है।
उदाहरण
शुद्ध पानी दो तत्वों – हाइड्रोजन और ऑक्सीजन से बना एक यौगिक है। पानी में हाइड्रोजन और ऑक्सीजन का अनुपात हमेशा 2:1 होता है। पानी के प्रत्येक अणु में दो हाइड्रोजन परमाणु होते हैं जो एक ऑक्सीजन परमाणु से बंधे (Bonded) होते हैं।
शुद्ध टेबल नमक दो तत्वों – सोडियम और क्लोरीन से बना एक यौगिक है। सोडियम क्लोराइड में सोडियम आयनों का क्लोराइड आयनों से अनुपात हमेशा 1:1 होता है।
शुद्ध मीथेन दो तत्वों – कार्बन और हाइड्रोजन से बना एक यौगिक है। मीथेन में हाइड्रोजन और कार्बन का अनुपात हमेशा 4:1 होता है।
शुद्ध ग्लूकोज तीन तत्वों – कार्बन, हाइड्रोजन और ऑक्सीजन से बना एक यौगिक है। ग्लूकोज में हाइड्रोजन से कार्बन और ऑक्सीजन का अनुपात हमेशा 2:1:1 होता है।
यौगिक के प्रकार
यौगिकों को दो प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है, आणविक यौगिक (Molecular Compounds) और लवण (Salts)।
आणविक यौगिकों में, परमाणु एक दूसरे को सहसंयोजक बंधों (covalent bonds) के माध्यम से बांधते हैं।
लवण में यह आयनिक बंधों (ionic bonds) के साथ जुड़ा रहता है। ये दो प्रकार के बंधन हैं जिनसे प्रत्येक यौगिक बनता है।