What is Element ?
तत्व वह मौलिक पदार्थ है, जिसे किसी भी भौतिक या रासायनिक विधि द्वारा न तो दो या दो से अधिक सदैव भिन्न गुणों वाले पदार्थों में विभाजित किया जा सकता है, और न ही दो या दो से अधिक पदार्थों के बीच संयोग कराकर संश्लेषित किया जा सकता है।
इलेक्ट्रॉनिक संरचना के अनुसार तत्व वह पदार्थ है जिसके प्रत्येक परमाणु का नाभिकीय आवेश समान होता है। हाइड्रोजन, ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, सोडियम, लोहा, ताँबा, सोना, चादी, प्लैटिनम, आदि तत्वों के प्रमुख उदाहरण हैं।
तत्व के प्रकार
तत्व दो प्रकार के होते हैं—धातु (Metal) और अधातु (Non-metal)|
धातु
धातु तत्व विद्युत और ऊष्मा के सुचालक होते हैं तथा ये ठोस अवस्था में आघातवर्द्धनीय (Malleable) और तन्य (Ductile) होते हैं। लोहा, ताँबा, ऐलुमिनियम, चांदी, सोना, प्लैटिनम, आदि धातु हैं।
अधातु
अधातु तत्व विद्युत और ऊष्मा के कुचालक होते हैं। साथ ही साथ अधातु तत्व भुरभुरे (Brittle) होते हैं और प्रहार करने पर चूर-चूर हो जाते है। गंधक, फॉस्फोरस, ऑक्सीजन, ब्रोमीन, इत्यादि अधातु है।
2021 तक 118 रासायनिक तत्वों की खोज की जा चुकी है l इनमे से 94 तत्व प्राकृतिक रूप से पाए जाते हैं। तत्वों को आम तौर पर उसी क्रम में सूचीबद्ध किया जाता है जिसमें प्रत्येक को पहले शुद्ध तत्व के रूप में परिभाषित किया गया था, क्योंकि अधिकांश तत्वों की खोज की सटीक तिथि सटीक रूप से निर्धारित नहीं की जा सकती है।
वर्तमान समय में 112 तत्वों की खोज की जा चुकी है। इनमें से 92 तत्व प्रकृति में पाये जाते हैं। जबकि शेष अन्य तत्व वैज्ञानिकों द्वारा प्रयोगशालाओं में कृत्रिम तरीकों से संश्लोषित किए गए हैं।
आवर्त सारणी का विकास (Development of Periodic Table)
रसायनज्ञों (Chemists) ने हमेशा से तत्वों को उनके गुणों के बीच समानता को प्रतिबिंबित(reflect) करने के लिए व्यवस्थित करने के तरीकों की तलाश की है। आधुनिक आवर्त सारणी (modern periodic table) में तत्वों को बढ़ते हुए परमाणु क्रमांक (atomic number) (एक परमाणु के नाभिक में प्रोटॉनों की संख्या) के क्रम में सूचीबद्ध (lists) किया गया है।
ऐतिहासिक रूप से, हालांकि, तत्वों को व्यवस्थित करने की कोशिश कर रहे वैज्ञानिकों द्वारा सापेक्ष परमाणु द्रव्यमान का उपयोग किया गया था। यह मुख्य रूप से इसलिए था क्योंकि परमाणुओं के छोटे उप-परमाणु कणों (प्रोटॉन, न्यूट्रॉन और इलेक्ट्रॉनों) से बने होने का विचार विकसित नहीं हुआ था।
फिर भी, आधुनिक आवर्त सारणी का आधार अच्छी तरह से स्थापित था और यहां तक कि परमाणु संख्या की अवधारणा विकसित होने से बहुत पहले से अनदेखे तत्वों के गुणों की भविष्यवाणी करने के लिए इस्तेमाल किया जाता था।
17 फरवरी, 1869 को, रसायन विज्ञान के एक रूसी प्रोफेसर, दिमित्री इवानोविच मेंडेलीव (Dimitri Ivanovich Mendeleev) ने अपने कई आवधिक चार्टों में से पहला पूरा किया (first of his numerous periodic charts)।