What is Curie Temperature ?
जब किसी लौहचुम्बकीय पदार्थ को गरम किया जाता है, तो एक ऐसा ताप आता है जब उसका लौहचुम्बकत्व अनुचुम्बकत्व में बदल जाता है। इस ताप को ‘क्यूरी ताप‘ कहते हैं।
लोहा और निकिल के लिए क्यूरी ताप के मान क्रमश: 770°C तथा 358°C होते हैं।
नर्म लोहे के विपरीत स्टील (फौलाद या इस्पात) कठिनता से चुम्बक बनता है और कठिनता से ही अपने चुम्बकत्व को छोड़ता है। अतः स्थायी चुम्बक बनाने के लिए स्टील का उपयोग किया जाता है। उदाहरण के लिए, लाउडस्पीकर, दिक्सूचक, गैल्वेनोमीटर, आदि के स्थायी चुम्बक स्टील के ही बन जाते है l