What is Ions ?
विद्युत आवेशयुक्त परमाणु या परमाणुओं के समूह को आयन कहा जाता है।
उदाहरण के लिए, सोडियम आयन (Na+), मैग्नीशियम आयन (Mg++), क्लोराइड आयन (CT–), सल्फेट आयन (SO4), तथा कार्बोनेट आयन (CO3), आदि।
आयन दो प्रकार के होते हैं
धनायन (Cation)
जिस आयन पर धन आवेश (Positive charge) होता है, उसे ‘धनायन’ कहते हैं।
उदाहरण के लिए, सोडियम आयन (Na+) और मैग्नीशियम आयन (Mg++) धनायन हैं। धन आयन का निर्माण परमाणु से एक या अधिक इलेक्ट्रॉनों के निकल जाने से होता है।
सभी धातु तत्वों के आयन धनायन होते हैं। सिर्फ हाइड्रोजन (H+) और अमोनियम आयन (NH4+) अधातु तत्वों के बने होते हैं।
ऋणायन (Anion)
जिस आयन पर ऋण आवेश होता है, उसे ऋणायन कहते हैं।
उदाहरण के लिए, क्लोराइड आयन (CI–), ऑक्साइड आयन (O–), सल्फेट आयन (SO4–), कार्बोनेट आयन (CO3–), आदि ऋणायन हैं। ऋणायनों का निर्माण किसी परमाणु द्वारा एक या अधिक इलेक्ट्रॉनों के ग्रहण करने के कारण होता है।
सभी अधातुओं के आयन ऋणायन (Anion) होते हैं।
सामान्यतः धातु तत्वों के परमाणुओं में एक या एक से अधिक इलेक्ट्रॉन त्यागकर धनायन में बदल जाने की प्रवृत्ति के कारण ये विद्युत धनात्मक तत्व कहलाते हैं। इसके विपरीत अधातु तत्वों के परमाणुओं में एक या एक से अधिक इलेक्ट्रॉन ग्रहण करके ऋणायन में बदल जाने की प्रवृत्ति के कारण ये ‘विद्युत ऋणात्मक तत्व’ कहलाते है l