What is Atomic Reactor ?
वह संयंत्र जिसमें नाभिकीय ऊर्जा को ऊष्मा में परिवर्तित कर विद्युत ऊर्जा प्राप्त की जाती है, ‘परमाणु रिएक्टर या नाभिकीय रिएक्टर’ (Nuclear reactor) कहलाता है, इसमें होने वाली विखंडन श्रृंखला अभिक्रिया नियंत्रित (Controlled) रहती है।
परमाणु रिएक्टर के मुख्य भाग निम्नलिखित हैं:
1. कोर (Core)
2. मंदक (Moderator)
3. शीतलक (Coolant) तथा
4. परिरक्षण (Shielding)
नाभिकीय रिएक्टरों में मंदक के रूप में भारी जल (D2O) तथा ग्रेफाइट का प्रयोग किया जाता है, जबकि शीतलक के रूप में सोडियम और पोटैशियम के द्रवित मिश्रधातु का उपयोग होता है। जब ग्रेफाइट का उपयोग मंदक के रूप में होता है, तब रिएक्टर को परमाणु पाइल (Atomic pile) कहते हैं, किन्तु भारी जल का मंदक के रूप में उपयोग होने पर वह स्वीमिंग पुल रिएक्टर (Swimming pool reactor) कहलाता है।
नाभिकीय रिएक्टर में यूरेनियम या प्लूटोनियम का उपयोग ईंधन के रूप में किया जाता है, जबकि कैडमियम छड़ का उपयोग नियंत्रक छड़ के रूप में होता है। विश्व का सबसे पहला नाभिकीय रिएक्टर इटली के वैज्ञानिक प्रोफेसर एनरिको फर्मी (Enrico fermi) के निर्देशन में शिकागो विश्वविद्यालय में बनाया गया था।
नाभिकीय रिएक्टर के उपयोग
1. नाभिकीय रिएक्टर से प्राप्त नाभिकीय ऊर्जा की विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करके विद्युत उत्पादन के लिए विद्युत गृह बनाये जाते हैं।
2. नाभिकीय रिएक्टर में अनेक प्रकार के रेडियो समस्थानिक उत्पन्न होते हैं, जिनका उपयोग चिकित्सा-विज्ञान, कृषि, रोगों के उपचार, उद्योग-धन्धों, आदि में किये जाते हैं।