What is Power Cell ?
विद्युत सेल परिपथ में दो बिन्दुओं के बीच आवश्यक विभवांतर बनाकर विद्युतधारा के प्रवाह को लगातार बनाए रखने वाली युक्ति है।
विद्युत सेल में रासायनिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित किया जाता है।
सेल के प्रकार
सेल दो प्रकार के होते हैं प्राथमिक (Primary) व द्वितीयक (Secondary)।
टार्च, रेडियो, आदि में प्रयुक्त होने वाले शुष्क सेल प्राथमिक सेल होते हैं।
कार की बैटरी का निर्माण लैड सेल से किया जाता है जो कि द्वितीयक सेल है। इन्हें ‘स्टोरेज सेल’ या ‘एक्यूमुलेटर‘ भी कहते हैं। इनका आन्तरिक प्रतिरोध बहुत कम होता है, अतः इनसे उच्च धारा प्राप्त की जा सकती है। इनका लाभ यह है, कि इनको पुनः आवेशित (Recharge) किया जा सकता है।
आपातकालीन (Emergency) लाइट में भी द्वितीयक सेलों से निर्मित क्षारीय बैटरी का प्रयोग किया जाता है जो मेन्स सप्लाई के बन्द हो जाने पर स्वत: प्रकाश देने लगती है और सप्लाई के आ जाने पर बन्द हो जाती है और पुन: आवेशित होने लगती है।
सेल का विद्युत वाहक बल (e.m.f.)
1 कूलॉम्ब आवेश को पूरे विद्युत परिपथ में एक पूर्ण चक्र लगाने हेतु सेल द्वारा किए गए कार्य को सेल का वि.वा.ब. (e.m.f) कहते हैं। वि.वा.ब. का मात्रक वोल्ट होता है।