इस आर्टिकल में हम जानेगें की तारककाय यानी सेन्ट्रोसोम (Centrosome) जिसे तारककेंद्र भी कहते है क्या होता है ? तारककाय ( सेन्ट्रोसोम) की सरंचना क्या है ? तारककाय ( सेन्ट्रोसोम) का सायनिक संगठन क्या है ? तारककाय ( सेन्ट्रोसोम) के प्रमुख कार्य क्या है ? आदि
सेन्ट्रोसोम तारककाय (Centrosome) क्या है ?
यह मुख्य रूप से जंतु कोशिका में केंद्र के निकट तारे समान आकृति में पाई जाती है । इसके अलावा कुछ शैवालों तथा कवकों में दो जोड़े सेन्ट्रियोल्स (Centrioles) की बनी एक रचना होती है इसलिए इसे डिप्लोसोम (Diplosome) भी कहा जाता है। यह खोखली सूक्ष्मबेलनाकार रचनाएं होती है।तो एक युग्म के रूप में उपस्थित रहतीं हैं।

प्रत्येक सेन्ट्रियोल्स सूक्ष्मनलिकाओं से निर्मित तीन तन्तुओं के नौ समूहों का बना होता है दो जोड़े सेन्ट्रियोल्स (तारककेन्द्रों) सेन्ट्रोस्फीयर (Centrosphere) से घिरे होते हैं। इस सम्पूर्ण रचना को सेन्ट्रोसोम कहा जाता है। कोशिका विभाजन के समय सेन्ट्रोसोम दो जोड़े सेन्ट्रियोल्स में विभाजित हो जाता है, जो दो विपरीत ध्रुवों पर चले जाते हैं।
तारककाय सेन्ट्रोसोम की खोज
सेंट्रोसोम की खोज संयुक्त रूप से वाल्थर फ्लेमिंग ने 1875 में [12] [13] और एडौर्ड वैन बेनेडेन ने 1876 में की थी और बाद में बाद में थियोडोर बोवेरी (T. Boweri) द्वारा इसका वर्णन और नामकरण तारककाय (सेन्ट्रोसोम) 1888 में किया गया।
तारककाय (सेन्ट्रोसोम) की संरचना (Structure)
प्रत्येह सेन्ट्रोसोम दो जोड़े तारककेन्द्रों (Centrioles) का बना होता है प्रत्येक जोड़े के दो सेन्ट्रिओल डिप्लोसोम(Diplosome) कहलाते है तथा एक-दूसरे से 90° का कोण बनाते हुए स्थित होते है।
प्रत्येक तारककेन्द्रों (centrioles) त्रिक तन्तुओं (Triplet Fibres) के नौ समूहों (Nine Sets) का बना होता है।
यह त्रिक तन्तु एक मध्य नाभि(Hub) के चारों ओर स्थित होते है। प्रत्येक त्रिक तन्तु में तीन सूक्ष्म नलिकाएँ (Microtubules) एक रेखा में स्थित होती है। इस प्रकार के नौ त्रिक तन्तु रवाहीन(Amorphous), इलेक्ट्रॉनडेन्स पदार्थ में धँसे रहते है। यह इलेक्ट्रॉनडेन्स पदार्थ a नलिकाओं से केंद्रों की ओर जाकर केंद्र में नाभि(Hub) से जुड़ जाता है। प्रत्येक तारक काय कोकली विधि से बनी होती है यह एक या दोनों सिरों से खुली रहती है इसको देखने पर एक गाड़ी के पहिए के जैसी रचना प्रतीत होती है
तारक काय के सभी 9 त्रिक समूह एक समान होते हैं।

सेन्ट्रोस्फीयर (Centriosphere) और डिप्लोसोम (Diplosome)
कोशिका द्रव्य का क्षेत्र जो डिप्लोसोम को घेरे रहता है उसे सेन्ट्रोस्फीयर (Centrosphere) कहते हैं। सेन्ट्रोस्फीयर व तारककाय से बनता है सेन्ट्रोसोम कहलाता है। तारककाय या सेन्ट्रोडल्स का युग्म डिप्लोसोम कहलाता है
Centrioles में RNA (सम्भवतः DNA) भी उपथित होते है लेकिन इनके कार्य अभी ज्ञात नहीं है।
तारककाय सेन्ट्रोसोम का रासायनिक संगठन
तारक काय सूक्ष्म नलिकाओं से रचित होती है। यह सूक्ष्मनलिकाएं ट्यूब्यूलिन (Tubulin ) नामक संरचनात्मक प्रोटीन से बनी होती है।
तारककाय (सेन्ट्रोसोम) के प्रमुख कार्य (Main Function of Centrosome)
- तारक केंद्र कोशिकाओं में सूक्ष्म नलिकाओं के संगठन में सहायक होते हैं
- शुक्राणु की पूूंछ के का निर्माण करता है।
- जंतु कोशिका में कोशिका विभाजन के समय तर्कु तंतुओं का निर्माण करती है।
- सूक्ष्म जीवो में पाए जाने वाले अंगों जैसे कशाभिका ( Flagella ) व पक्ष्माभ (Cilia ) का निर्माण होता है
- तारककाय सूत्री विभाजन(Mitosis) के समय दो जोड़े Centrioles में विभाजित हो जाता है जिसमें से एक जोड़ा Centrioles एक ध्रुव (Pole) पर उसी स्थान पर रह जाता है तथा दूसरा जोड़ा Centrioles घूमकर दूसरे ध्रुव की ओर चला जाता है। इस प्रकार तारककाय (Centrosome) कोशिका विभाजन में भाग लेता है।