What are Cohesive Force and Adhesive Force ?
संसंजक बल (Cohesive Force)
प्रत्येक पदार्थ अणुओं से मिलकर बना होता है जिनके बीच आकर्षण बल कार्य करता है। एक ही पदार्थ के अणुओं के मध्य लगने वाले आकर्षण बल को ‘संसंजक’ बल कहते हैं।
उदाहरण
जिन द्रवों के अणुओं के बीच संसंजक बल कम होता है, वे बर्तन की दीवार को गीला करते हैं एवं जिन द्रवों के अणुओं के बची संसंजक बल कम होता है वे बर्तन की दीवार को गीला नहीं करते हैं।
पारा के अणुओं के बीच संसंजक बल अधिक होता है जिस कारण वे बर्तन की दीवार को गीला नहीं करते हैं। पृष्ठ तनाव का कारण संसंजक बलों का होना है।
आसंजक बल (Adhesive Force)
दो विभिन्न पदार्थों के अणुओं के मध्य लगने वाले आकर्षण बल को आसंजक बल कहते हैं।
उदाहरण
आसंजक बल के कारण ही पानी कांच को भिगोता है, ब्लैक बोर्ड पर चॉक से लिखने पर अक्षर उभर आते हैं, पीतल के बर्तनों पर निकल की पॉलिश की जाती है।
जब किसी द्रव-ठोस युग्म के लिए आसंजक बल का मान, द्रव के अणुओं के संसंजन बल के मान से अधिक होता है, तो वह ठोस को गीला कर देता है।
उदाहरण:
1. पानी कांच पर चिपकता है क्योंकि पानी और कांच के अणुओं के मध्य लगने वाला आसंजक बल पानी के अणुओं के मध्य लगने वाले संसंजक बल से अधिक होता है।
2. पानी में अंगुली डालने पर पानी अंगुली से चिपक जाता है, क्योंकि पानी और अंगुली के मध्य आसंजक बल पानी के अणओं के मध्य ससंजक बल से अधिक होता है।
जब किसी द्रव-ठोस युग्म के लिए आसंजक बल का मान द्रव के अणुओं के संसंजक बल के मान से कम होता है तो द्रव उस ठोस को गीला नहीं कर पाता है।
उदाहरण:
1. पारा कांच पर नहीं चिपकता, क्योंकि पारा और कांच के अणुओं के मध्य लगने वाला आसंजक बल पारे के अणुओं के मध्य लगने वाले संसजक बल से कम होता है।
2. पानी के स्वतन्त्र पृष्ठ पर तेल की कुछ बूंदें डालने पर तेल पतली फिल्म के रूप में पानी के पृष्ठ पर फैल जाता है, क्योंकि पानी और तेल के अणुओं के बीच लगने वाला आसंजक बल, तेल के अणुओं के मध्य लगने वाले संसंजक बल से अधिक होता है।