What is Persistence of vision ?
किसी वस्तु का प्रतिबिम्ब रेटिना पर १/10 सेकण्ड तक रहता है। अतः यदि वस्तु को आंख के सामने से हटा दिया जाये तो वस्तु १/10 सेकण्ड तक दिखाई देती रहेगी। दृष्टि का यह विशेष गुण दृष्टि निबंध (Persistence of vision) कहलाता है।
चलचित्र (Motion picture) इसी सिद्धान्त पर बनाये जाते हैं।
दृष्टि निर्बध के कारण ही टूटे हुए तारे या उल्काएं आकाश गंगा में लम्बी रेखा जैसे मालूम पड़ते हैं।
तेजी से घूमते हुए बिजली के पंखे भी अस्पष्ट इसी कारण दिखाई पड़ते हैं।
एक ऐसा कैमरा जिसमें तेजी के साथ एक के बाद एक चित्र लिया जाता है. ‘चलचित्र कैमरा‘ कहलाता है।
सिनेमा में प्रत्येक सेकण्ड 24 चित्रों को जो एक-दूसरे से थोड़ा-थोड़ा भिन्न होते हैं दिखाया जाता है। इस कारण हमें चित्र में वस्तु की गतिशीलता का अनुभव होता है। टेलीविजन के रिसीवर में प्रति सेकण्ड 25 पूर्ण चित्र दिखाएं जाते हैं।