What is Piezoelectric Effect ?
कुछ क्रिस्टलों के सतहों पर दबाव डालने पर उसके किन्ही अन्य सतहों के बीच विद्युत विरूपण (Distortion) विभवान्तर उत्पन्न हो जाता है। इसके विपरीत ऐसे क्रिस्टलों को विद्युत क्षेत्र में रखने पर उनको सतहों में विरूपण उत्पन्न हो जाती है।
पियरे क्यूरी (Pierre Curie) व उनके भाई जैक्वेश (Jacques) ने इन प्रभाव को क्वार्ट्स ((quartz)) व रोशले लवण ((Rochelle salt) के क्रिस्टलों (crystals) में देखा। इसे पीजो-विद्युत प्रभाव (Piezoelectric Effect) कहते हैं। बेरियम टाइटनेट व टूरमैलीन क्रिस्टलों में भी यह प्रभाव देखा गया है। क्रिस्टलों की सतह पर दबाव पड़ने से उनके एकांक सेल में ध्रुवण होता है जिससे धन व ऋण आवेश विभिन्न सतहों पर एकत्र होकर विद्युत क्षेत्र अथवा विभवान्तर उत्पन्न करते हैं। बड़े क्रिस्टलों में एकांक सेल नियमित क्रम में होते हैं अत: ध्रुवण से उत्पन्न प्रभाव कई गुना हो जाता है।
गैस लाइटर में इसी प्रभाव के कारण चिंगारी उत्पन्न की जाती है। क्वार्ट्स क्रिस्टल (quartz crystals) को प्रत्यावर्ती विद्युत क्षेत्र में रखकर उनमें निश्चित आवृत्ति के कम्पन्न उत्पन्न किए जा सकते हैं। इनका प्रयोग आजकल क्वार्ट्ज घड़ियों में किया जा रहा है।