Natural esters
प्राकृतिक एस्टर Renewable प्राकृतिक स्रोतों (natural resources) से बनाए जाते हैं,उदाहरण के लिए MIDEL eN 1204 (रेपसीड/कैनोला) और MIDEL eN 1215 (सोयाबीन)
तेल व वसा
तेल व वसा उच्च वसीय अम्लों (Higher fatty acids) व असंतृप्त अम्लों के ग्लिसरॉल के साथ बनने वाले एस्टर हैं। अधिकतर तेल व वसा पामिटिक, स्टिऐरिक, व औलिइक अम्लों में ग्लिसरॉल के मिश्रण के फलस्वरूप बनते है।
साधारण ताप पर जो ग्लिसराइड ठोस अवस्था में पाये जाते हैं, वसा (Fat) कहलाते हैं व जो ग्लिसराइड द्रव अवस्था में पाये जाते हैं, तेल (Oil) कहलाते हैं।
तेल व वसा में अंतर उनके गलनांकों के आधार पर भी किया जाता है। इसके अनुसार, जिन ग्लिसराइडों का गलनांक 20°C से कम होता है वे तेल (Oil) कहलाते हैं तथा जिनका गलनांक इससे अधिक होता है, वसा (Fat) कहलाते हैं।
मोम
तेल और वसा के समान मोम भी प्रकृति में पाया जाने वाला एस्टर है परन्तु यह एस्टर ग्लिसराइड में भिन्न होता है। इसमें उच्च वसीय अम्लों के अणु ग्लिसरॉल के स्थान पर उच्च मोनोहाइड्रिक ऐल्कोहॉल से संयुक्त होकर एस्टर बनाते हैं।
मोम की कुछ महत्त्वपूर्ण किस्में निम्नलिखित हैं
1. शहद की मक्खी का मोमः इसमें मुख्य रूप से मिरीसिल पामिटेट रहता है।
2. कार्नोबा मोमः यह ताड़ के पत्तों से प्राप्त किया जाता है। इसमें मिरीसिल सेराटेट होता है।
3. स्पर्मेटी मोमः यह स्पर्म व्हेल से प्राप्त किया जाता है। इसमें सेटिल पामिटेड रहता है।
4. पैराफिन मोमः यह उच्च हाइड्रोकार्बनों का मिश्रण होता है। यह पेट्रोलियम से प्राप्त किया जाता है। प्लास्टिकः प्लास्टिक दो प्रकार के होते हैं: